सांसद दियाकुमारी ने केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से की मुलाकात

राजसमन्द झील को भरने के लिए महत्वकांक्षी परियोजना पर मशक्कत

राजसमन्द मेड़ता डेगाणा जेतारण की पेयजल योजना के 35 पृष्ठीय दस्तावेज सौंपे

राजसमन्द झील में 64 एम सी एम पानी पहुंचाने का लक्ष्य

राजसमन्द, 12 जुलाई। सांसद दियाकुमारी ने लोकसभा सत्र के दौरान केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से भेंट करके राजसमन्द संसदीय क्षेत्र में आ रही पेयजल योजना के सम्बन्ध में चर्चा करते हुए समस्या के समाधान के लिए स्वयं की तरफ से तैयार कि गई परियोजना का प्रस्तुतिकरण करते हुए 35 पृष्ठीय दस्तावेज सौंपे। 

सांसद दियाकुमारी ने कहा कि मीठे पानी की विश्व प्रसिद्ध और ऐतिहासिक राजसमन्द झील को भरने के लिए एक महत्वाकांक्षी परियोजना तैयार की है जिसमे बांसवाड़ा स्थित अनास नदी पर 200 एमसीएम क्षमता का बांध बनाया जाना प्रस्तावित है जिसका गुजरात सरकार द्वारा अनापत्ति पत्र जारी कर दिया गया है।

बांध के इस पानी को माही बांध में केनाल के द्वारा डाला जाय वहां से पानी को जाखम बांध और जाखम बांध से पाइप लाइन के द्वारा राजसमन्द झील में पहुंचाने की योजना है। इस योजना के माध्यम से राजसमन्द झील में 64 एम सी एम यानी 2250 एमसीएफटी पानी पहुंचाने का लक्ष्य है। 

संसदीय क्षेत्र मीडिया संयोजक मधुप्रकाश लड्ढा ने बताया कि लोकसभा में बजट सत्र के दौरान जल शक्ति मंत्री से मिली सांसद दियाकुमारी द्वारा डीपीआर की मांग किये जाने पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने योजना को तकनीकी समिति को भेजने की सहमति प्रदान करते हुए कहा कि समिति द्वारा सर्वे की रिपोर्ट आने पर डीपीआर की और कदम बढ़ाया जाएगा।

सांसद दियाकुमारी ने जवाई बांध से जेतारण विधानसभा और उसके आसपास के क्षेत्र में पेयजल उपलब्ध कराने की बात भी पूरी शिद्दत के साथ रखते हुए कहा कि लंबित योजना को 2020 तक पूरा करना है लेकिन कार्य की गति सुस्त है।
वहीं मेड़ता और डेगाणा विधानसभा क्षेत्र के पेयजल के लिए केंद्र सरकार द्वारा इंद्रा गांधी परियोजना पर चल रहे कार्य के बारे में सांसद ने कहा कि इस परियोजना पर कार्य बहुत ही धीमी गति से चल रहा है जिसे गति प्रदान करते हुए पूर्ण किया जाना चाहिए ताकि क्षेत्र वासियों को जल्दी राहत मिल सके।

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