सांसद दियाकुमारी ने राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण की 16वीं बैठक में लिया भाग
सड़क और मार्बल व्यवसायियों की समस्याओं को लेकर केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से मिली सांसद दियाकुमारी
2013 से बंद पड़े जस्साखेड़ा लाडनूं ने. हा. न. 458 के निस्तारण की मांग
कुम्भलगढ़ के इको सेंसेटिव जोन का सीमांकन पूरा हो - सांसद दियाकुमारी
राजसमन्द,4 सितम्बर। सांसद दियाकुमारी ने दिल्ली के शास्त्री भवन में केन्द्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और राज्य मंत्री बाबुल सुप्रियो के सानिध्य में राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण की 16वीं बैठक में भाग लिया जिसमें भारत में बाघों की संख्या में लगातार हो रही वृद्धि पर बोलते हुए सांसद दियाकुमारी ने कहा कि हमारे राष्ट्रीय पशु की सुरक्षा के लिए अभी और भी बहुत कुछ करने की आवश्यकता है।
बैठक में राजीव प्रताप रूडी भी उपस्थित रहे।इसी दौरान "Status of Tiger Habitats in High Altitude Ecosystems in Bhutan, India and Nepal" का विमोचन भी किया गया।
संसदीय क्षेत्र मीडिया संयोजक मधुप्रकाश लड्ढा ने बताया कि कार्यक्रम के बाद सांसद दियाकुमारी ने क्षेत्र की समस्याओं को लेकर वन एवं पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से अलग से मुलाकात करते हुए कहा कि राजसमन्द के मार्बल व्यवसायी कठीन हालात से गुजर रहे है। जहां एक तरफ व्यवसायिक प्रतिस्पर्धा से बुरे दौर में है तो दूसरी तरफ कुम्भलगढ़ के इको सेंसेटिव जोन का सीमांकन परेशानी का सबब बना हुआ है। राज्य सरकार ने सीमांकन नही होने के कारण लाइसेंस देने से इनकार कर दिया है।
सांसद दियाकुमारी ने मार्बल व्यवसायियों की समस्याओं के समाधान की मांग करते हुए कहा कि सरलीकृत प्रावधानों के अनुसार खनिज पट्टों को कैटेगिरी "बी-2 में ही रखते हुए पर्यावरण स्वीकृति जारी करने का प्रावधान यथावत रखा जाए तथा कमेटी के चेयरमैन के पद पर जिला कलेक्टर के अतिरिक्त एक डिप्टी चेयरमैन की भी नियुक्ति की जाए जिससे कि कमेटी की मीटिंग समय पर हो सके और मामले लम्बित नहीं हो। सांसद ने कहा कि पर्यावरण स्वीकृत खनन पत्ता की अवधि पूर्व की भांति 50 वर्ष ही रखा जाना चाहिए।
सांसद दियाकुमारी ने ने. हा. 458 जो लाडनूं से प्रारम्भ होकर मेड़ता, लाम्बिया, जेतारण और रायपुर होते हुए जस्सखेड़ा जाता है। वन विभाग की कुछेक आपत्तियों के कारण 2013 से अटका पड़ा है। आमजनता की परेशानियों को देखते हुए इसे भी जल्दी ही पूरा करवाना चाहिए।