सांसद दीया कुमारी

जयपुर की सांसद दीया कुमारी ने अपना जीवन जयपुर के पूर्व राज परिवार की विशाल सांस्कृतिक, कलात्मक एवं वास्तुकला विरासत के संरक्षक के तौर पर, संसद में लोगों की निर्वाचित प्रतिनिधि के रूप में, आधुनिक महिला व्यवसायी के रूप में, अनेक व्यावसायिक उद्यमों, दो स्कूलों, दो ट्रस्टों एवं संग्रहालयों, होटलों और गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) का नेतृत्व करने में समर्पित किया है।

राजनीतिज्ञ

वर्ष 2013 में वे सवाई माधोपुर निर्वाचन क्षेत्र (जिसमें उनके पूर्वज महाराजा सवाई माधोसिंह प्रथम द्वारा 18वीं शताब्दी में बसाया गया सवाईमाधोपुर शहर, विशाल अल्प विकसित ग्रामीण क्षेत्र और रणथंभौर राष्ट्रीय वन एवं टाइगर रिजर्व भी शामिल हैं) से राजस्थान विधानसभा की निर्वाचित सदस्य बनीं और उन्होंने क्षेत्र के लोगों के सम्पूर्ण विकास की दिशा में काफी काम किया।

वर्ष 2019 में सांसद दीया कुमारी राजस्थान के राजसमंद निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा सांसद चुनी गईं। उनकी इस जीत में लगभग 70 प्रतिशत (5,51,916 वोटों का) का भारी अंतर था। वर्तमान में वे सांसद के तौर पर राजसमंद क्षेत्र के विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं और अगस्त 2019 में उन्हें सरकार के राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण की सदस्य के रूप में कार्य करने के लिए चुना गया।


शाही परिवार

सांसद जयपुर के एच. एच. महाराजा सवाई भवानी सिंह और एच. एच. महारानी पद्मिनी देवी की इकलौती संतान हैं। उनके नाना-नानी सिरमौर (वर्तमान में भारत के हिमाचल प्रदेश राज्य का हिस्सा) के महाराजा एवं महारानी थे। सांसद दीया कुमारी के पिता को 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में 10वीं पैराशूट रेजिमेंट के पैरा कमांडोज के कमांडिंग ऑफिसर के रूप में देशसेवा करने का गौरव हासिल है। महावीर चक्र से सम्मानित महाराजा सवाई भवानी सिंह ने जयपुर के पूर्व राजपरिवार (जयपुर के सिटी पैलेस एवं इसके संबद्ध महाराजा सवाई मान सिंह द्वितीय संग्रहालय के प्रशासन और लोक कल्याण के विभिन्न कार्यों) के प्रति अपने कर्तव्यों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए आर्मी छोड़ दी। वे ब्रूनेई में भारत के उच्चायुक्त भी रहे। इस प्रकार सांसद दीया ने कम उम्र में ही जयपुर राजपरिवार की विरासत के संरक्षक के रूप में प्रतिबद्धता की भावना और देश के प्रति कर्तव्यों के बारे में सीख लिया था। उन्होंने शाही महल के दोनों स्वरूपों (पारिवारिक निवास एवं आमजन के लिए संग्रहालय) का निरंतर प्रभावी रूप से प्रबंधन किया है।


बच्चे

सांसद दीया कुमारी के तीन बच्चे हैं। सबसे बड़े पुत्र एच.एच. सवाई पद्मनाभ सिंह हैं, जो जयपुर के वर्तमान महाराजा हैं, इनका जन्म 2 जुलाई 1998 में हुआ था। उन्हें अप्रेल 2011 में उनके नाना, एच.एच. महाराजा सवाई भवानी सिंह ने जयपुर राज सिंहासन का उत्तराधिकारी बनाया था। उनकी छोटी बहन राजकुमारी गौरवी कुमारी और भाई एच.एच. लक्षराज प्रकाश (सिरमौर के महाराजा) हैं।


व्यवसायी जीवन

सांसद दीया कुमारी महाराजा सवाई मानसिंह द्वितीय संग्रहालय ट्रस्ट और जयगढ़ फोर्ट चैरिटेबल ट्रस्ट की सचिव एवं ट्रस्टी हैं, उनके द्वारा दो होटलों - जयपुर में राजमहल पैलेस और माउंट आबू में जयपुर हाउस का संचालन किया जाता है। इसके साथ ही दुर्गा दीया एंटरप्राइजेज, बारादरी रेस्टोरेंट और सिटी पैलेस में स्थित म्यूजियम शॉप्स तथा स्पोर्ट्स एवं रिक्रीयेशनल क्लब अशोक क्लब जैसे उपक्रमों का संचालन किया जाता है। समर्पित शिक्षाविद् के रूप में वे दो अत्यधिक प्रतिष्ठित स्कूल - द पैलेस स्कूल और महाराजा सवाई भवानी सिंह स्कूल चलाती हैं और ‘यंग अचीवर इन एजुकेशन’ पुरस्कार की शुरूआत भी की है।

सांसद कला एवं संस्कृति की कद्रदान भी हैं और वे सक्रिय रूप से कला, शिल्प, संगीत एवं नृत्य को बढ़ावा दे रही हैं। वर्ष 2013 में उन्होंने गुणीजनखाना की परंपरा को पुनर्जीवित किया, जिसमें 17वीं सदी से 1949 तक जयपुर के शाही परिवार द्वारा गायकों, संगीतकारों एवं नर्तकों को मंच प्रदान किया जाता था। वर्तमान में गुणीजनखाना द्वारा अपने पारंपरिक स्वरूप की तरह प्रस्तुतियों, साहित्यिक, दृश्य कला, विज्ञान क्षेत्र के विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय प्रतिभाओं को मंच प्रदान किया जाता है। इसके साथ ही वे ‘फ्रेंड्स ऑफ म्यूजियम‘ को भी संचालित कर रही हैं, जो उनके पिता द्वारा जयपुर में लुप्त हो रही कलाओं एवं शिल्प को बढ़ावा देने और इनसे जुड़े शिल्पकारों को सहयोग देने के उद्देश्य से शुरू किया गया था।


परोपकार

वर्ष 2013 में सांसद दीया कुमारी फाउंडेशन (www.princessdiyakumarifoundation.org) शुरू किया गया, जो व्यावसायिक प्रशिक्षण, शिक्षा एवं रोजगार के माध्यम से महिलाओं एवं लड़कियों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से शुरू किया गया। यह फाउंडेशन शिल्पकारी, हस्तकला एवं कृषि कौशल को जीवंत बनाए रखने और इसे आगामी पीढ़ी तक पहुंचाने के प्रयासों के तहत कार्यरत है। फाउंडेशन की ओर से महिलाओं के उत्पादों को बाजार से जोड़ने में मदद की जाती है।

अपने परिवार की जनकल्याणकारी परंपरा को ध्यान में रखते हुए सांसद दीया कुमारी अनेक एनजीओ एवं संस्थाओं के साथ भी सक्रिय रूप से जुड़ी हुई हैं। इनमें आई बैंक सोसाइटी ऑफ राजस्थान तथा एचआईवी पॉजिटिव बच्चों के लिए कार्यरत एनजीओ - रेज शामिल हैं, जिसकी वे संरक्षक हैं। वे सवाई मान सिंह प्राथमिक चिकित्सालय के कार्यों की भी करीब से मॉनिटर करती है, जिसके द्वारा जरूरतमंदों को चिकित्सा सुविधा एवं अन्य सहायता प्रदान की जाती है। वर्ष 2014 से 2018 तक वे ‘सेव द गर्ल चाइल्ड‘ अभियान के लिए राजस्थान राज्य सरकार की एम्बेसेडर भी रहीं हैं। उन्हें यंग फिक्की लेडीज ऑर्गेनाइजेशन (YFLO), नई दिल्ली की ओर से राजनीति क्षेत्र में ‘YFLO Women Achievers Award‘ प्रदान दिया गया है। जनहित एवं विरासत प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए सांसद दीया कुमारी को जनवरी 2017 में एमिटी यूनिवर्सिटी, जयपुर द्वारा ऑनरेरी डॉक्टरेट प्रदान की गई।

विधायक के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान सांसद सवाई माधोपुर में बेहद सक्रिय रहीं है और उन्होंने अनेक क्षेत्रों में विकास एजेंसियों, दानदाताओं, एनजीओ एवं स्थानीय हितधारकों को सहयोग प्रदान किया। इसमें जल एवं स्वच्छता, महिला सशक्तिकरण, स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार, पर्यावरण, कृषि एवं ग्रामीण विकास कुछ प्रमुख क्षेत्र हैं। सवाई माधोपुर में विधायक के तौर और अपने फाउंडेशन के लिए कार्य करते हुए, दोनों स्वरूपों में विकास की चुनौतियों से पूर्ण रूप से अवगत रहते हुए उन्होंने सामाजिक, आर्थिक एवं बुनियादी ढांचे के विकास के लिए ।

साझेदारियां कीं एवं अनेक अभिनव समाधान तलाशे। इसके साथ ही उन्होंने जयपुर एवं अन्य स्थानों पर भी पूर्ण प्रतिबद्धता एवं समर्पण के साथ अपने कार्यों को आगे बढ़ाया।

एक सांसद के तौर पर अपनी व्यापक भूमिका और अधिक जिम्मेदारियों के साथ वे अब अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों एवं देश की गौरव पूर्ण एवं प्रभावी ढंग से सेवा करने के अपने प्रयासों को निरंतर रूप से विस्तारित करना जारी रखेंगी।